बस्ती(मुंडेरवा)।सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा के नेतृत्व में आर्य समाज की संस्थाएँ पूरे विश्व मे महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयन्ती वर्ष मना रही हैं। इसी कड़ी में बस्ती जिले के आर्य समाज मुंडेरवा के 75वें वार्षिकोत्सव के अंतिम सत्र में राष्ट्र सम्मेलन में ओम प्रकाश आर्य मुख्य संरक्षक आर्य वीर दल पूर्वी उत्तर प्रदेश अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए। अपने उदबोधन में उन्होंने कहा कि उनकी शिक्षा भी गुरुकुल काँगड़ी हरिद्वार में हुई है जहाँ उन्हें निराकार ईश्वर और उसकी सृष्टि रचना का ज्ञान मिला था। आर्य समाज मूर्ति पूजा को महत्व नहीं देता क्योंकि ईश्वर निराकार है। राष्ट्ररक्षा का कार्य हम जिस स्थिति में हैं उसी स्थिति में कर सकते हैं कहा कि अपने दायित्व का सफल निर्वहन व शुचिता पूर्ण जनसेवा कार्य ही राष्ट्रसेवा है। आर्य समाज लोगों को अपने मूल से जोड़ता है वैदिक संस्कृति से जोड़ता है। यह हमारे भटकाव को रोकता है और सुपथ दिखाता है।
जब वैदिक संस्कृति पर हर तरह के प्रहार हो रहे थे तो महर्षि दयानंद ने लोगों को वेदों की ओर लौटने की बात कही जिससे संसार के श्रेष्ठ व्यक्ति इससे जुडकर लोगों को जागरूक किया। सुल्तानपुर से पधारे पंडित राम मगन ने कहा कि हमेशा अहिंसा परमो धर्म: का अधूरा पाठ पढ़ाया गया जबकि हमारे वेदों में धर्मरक्षा के लिए प्राण देना और लेना दोनों को उचित बताया है। इससे पूर्व आचार्य देवव्रत आर्य ने कहा कि मैं भारत हूं ऐसी भावना रखने और तदनुरूप व्यवहार करने से राष्ट्र रक्षा होगी। वर्ण व्यवस्था हमारे शरीर में भी है। चारों वर्ण अपने अपने साधन से राष्ट्र की समृद्धि करते हैं ब्राह्मण अपने ज्ञान, क्षत्रिय अपने बल, वैश्य अपने धन व शुद्र अपनी सेवा से राष्ट्र की रक्षा में सहयोग देता है।
स्वामी श्रद्धानंद ने राष्ट्रभक्ति से प्रेरित होकर अपनी संपूर्ण सम्पत्ति राष्ट्र की सेवा के लिए अर्पित करते हुए वैदिक गुरुकुलों की स्थापना की जिससे पूरे संसार में वैदिक धर्म एक आदर्श रूप में जाना गया। नोएडा से पधारी भजनोपदेशिका श्रीमती अलका आर्य ने कहा कि हमें अपनी संस्कृति पर गर्व करना चाहिए इसे समझकर ही हम राष्ट्र रक्षा कर सकते हैं। इस अवसर पर हरदोई से पधारे पंडित नेम प्रकाश त्रिपाठी द्वारा धनुर्विद्या का प्रदर्शन किया गया जिसमें उन्होंने शब्दभेदी जैसे कठिन लक्ष्यों को साधा। कार्यक्रम के अंत मे प्रधान चन्द्र प्रकाश आर्य ने कार्यक्रम में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से शामिल लोगों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए बताया कि यह कार्यक्रम अभी ग्राम उमरी अहरा में 15 अप्रैल तक चलेगा। उन्होंने निरंतर सामाजिक कार्यों के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से मगहर से ओम प्रकाश आर्य, खलीलाबाद से सीताराम आर्य, अनिल कुमार आर्य, अशोक आर्य, मंगलम आर्य, ब्रह्मानन्द पाण्डेय, धर्मेंद्र आर्य बृजनंदन आर्य सुरेंद्र चौधरी मद्रासी डॉक्टर डॉक्टर त्रिपाठी गुप्ता सुनील जायसवाल अजय कुमार प्रवीण चौधरी अशोक कुमार ओम प्रकाश आर्य राम दमन आर्य अमर चंद्र गुप्ता नंदू अग्रहरी श्रीमती दर्शन देवी कुमारी रितिका कुमारी महिमा कमल आर्य धीरज गिरवर सिंह शुभम आर्य मनोज कुमार झब्बर शरावती देवी सुमन देवी महेंद्र जयसवाल कन्हैया लाल मनोज जयसवाल संतोष जयसवाल प्रवीण चौधरी प्रवीण संदीप चौधरी कुंदन चौधरी अरुण संजीव जयसवाल अरविंद मोदनवाल अर्जुन मोदनवाल कुमारी अंशु साधना चौधरी राधिका चौधरी आदि लोग उपस्थित रहे।