- संतकबीरनगर व सिद्धार्थनगर के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा।
- बलिया के पत्रकारों को तुरंत रिहा करें सरकार- अवधेश त्रिपाठी
- पत्रकारों पर दर्ज मुकदमे तुरंत वापस हों- इंद्रजीत शुक्ला
- पत्रकारों की गिरफ्तारी लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला- आलोक श्रीवास्तव
बस्ती/सिद्धार्थनगर/संतकबीरनगर। बलिया पेपर लीक का खुलासा करने वाले जांबाज पत्रकारों को जेल भेजे जाने से नाराज बस्ती मंडल के सैकड़ों पत्रकारों ने डीएम ऑफिस पहुंचकर राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन सौंपा। पत्रकारों ने ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन बस्ती के जिलाध्यक्ष अवधेश कुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में जिलाधिकारी का घेराव किया। नाराज पत्रकारों ने प्रेस क्लब में एकत्रित होकर सभा की। उसके उपरांत पैदल मार्च करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय तक गए। जिलाध्यक्ष अवधेश त्रिपाठी ने कहा कि, बलिया पेपर लीक प्रकरण में बंद पत्रकारों को तुरंत रिहा किया जाय, और उन पर दर्ज मुकदमों को वापस लिया जाय। बलिया जनपद के जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक व अन्य अधिकारियों की भूमिका की न्यायिक जांच कराई जाए। जांच परिणाम आने तक उन्हें निलंबित कर दिया जाय, जिससे जांच प्रक्रिया को प्रभावित ना किया जा सके।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि, प्रदेश में पत्रकार उत्पीड़न की घटनाओं पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए। विभिन्न समाचार पत्रों/चैनलों /मीडिया संस्थानों में कार्यरत पत्रकारों को शासन स्तर से सूची बद्ध किया जाय। उत्तर प्रदेश की प्रेस मान्यता नियमावली में संशोधन कर उसमें पत्रकारों की सुरक्षा के लिए उपबंध शामिल किया जाए। उत्तर प्रदेश में पत्रकार आयोग का गठन करके उसमें मान्यताप्राप्त सभी संगठनों को प्रतिनिधित्व दिया जाए।
श्री त्रिपाठी ने आगे कहा कि, उत्तर प्रदेश में किसी भी पत्रकार को किसी प्रकारण में कथित रूप से संलिप्त पाए जाने की दशा में तब तक गिरफ्तारी न की जाए जब तक पुलिस विभाग के एक राजपत्रित अधिकारी स्तर से उसकी जांच पूरी न कर ली जाए।
इस दौरान मंडलाध्यक्ष संजय द्विवेदी, डा. एस.के. सिंह, पंकज त्रिपाठी, धर्मेंद्र कुमार मिश्रा, कमलेंद्र पटेल, दुर्गेश ओझा, अजीत मणि त्रिपाठी, राजेश सिंह विसेन, विवेक मिश्रा, अनिल पांडेय, सोनू दुबे सहित तमाम लोग मौजूद रहे।

पड़ोस के सिद्धार्थनगर के जिलाध्यक्ष आलोक श्रीवासत्व के नेतृत्व जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया गया। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि, पत्रकारों की गिरफ्तारी लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है। सरकार पत्रकारों का जबरन मुंह बंद कर रही है। इस दौरान डुमरियागंज तहसील अध्यक्ष राजेश पांडे, बांसी तहसील अध्यक्ष अष्टभुजा शुक्ला, सिद्धार्थनगर बार एसोसिएशन अध्यक्ष अंजनी दूबे, न्यूज़ नेशन के जिला रिपोर्टर परवेज अहमद, दैनिक जागरण के फिरोज खान, कृपा शंकर भट्ट, प्रशांत मिश्रा, रवि पाठक, अजितेश सिंह, सत्य प्रकाश श्रीवास्तव सहित अन्य मौजूद रहे।

वहीं मंडल के अन्य जिले, संतकबीरनगर के जिलाध्यक्ष इंद्रजीत शुक्ला के नेतृत्व में भी जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया। श्री शुक्ला ने कहा कि, पत्रकारों पर दर्ज मुकदमे तुरंत वापस हों, और जिम्मेदार अधिकारियों पर तुरंत कारवाई हो।
इस दौरान मंडल वरिष्ठ उपाध्यक्ष मोहम्मद आफताब आलम अंसारी, मोहम्मद अदनान तहसील अध्यक्ष, शैलेन्द्र मणि त्रिपाठी, साहिल खान, मसरूर अहमद, विनोद कुमार, हरि ओम चौधरी, मिथलेश धुरिया, एजाज अहमद अमित पांडेय, अजय श्रीवस्त्व, पवन गुप्ता, मोहन राजभर, सत्यराम, देवीलाल गुप्त, सौरभ, अनिल मौर्य, गोकुल राम सहित तमाम पत्रकार मौजूद रहे।