बस्ती। मनरेगा योजना पैसे का बंदरबांट करने का सबसे बड़ा साधन बन गया है जिसे प्रधान और सचिव जब चाहें, जैसे चाहें वैसे भुगतान करा लें।
जिला अधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी भ्रष्टाचार मामले में अभी बस्ती जनपद के कई ग्राम पंचायतों में बैठाई गई जांच की रिपोर्ट भी नही पाए होंगे कि जनपद के सल्टौआ गोपालपुर ब्लॉक के बंजरिया ग्राम पंचायत के डुमरी पुरवे पर एक तालाब के खुदाई के नाम पर 3,83,420 रुपये का भुगतान कर लिया गया।
इस मामले की शिकायत गांव के एक व्यक्ति द्वारा करते हुए बताया गया है कि,-
“जिस तालाब के खुदाई की बात कही गई है वह तालाब पहले ही निर्माण किया गया था, इधर 1 जुलाई 2021 से 1 अगस्त 2021 तक तालाब पर काम दिखाया गया है, जबकि इस दौरान 8 से 10 मजदूरों द्वारा पोखरे के भीटे को 3 से चार दिन तक केवल साफ किया गया है।”
बरसात के मौसम में चारों तरफ पानी भरा होने और तालाब का निर्माण पहले से होने पर यह प्रतीत होता है कि ग्राम पंचायत में तालाब खुदाई के नाम पर प्रधान और सचिव की मिलीभगत से लंबा गोलमाल किया गया है।
इस संबंध में परियोजना निदेशक कमलेश कुमार सोनी बस्ती खबर से बताते हैं कि, “तालाब खुदाई के नाम पर निकाले गए पैसे की जांच करवाने और मामला सही पाए जाने पर संबंधित लोगों पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।”