बस्ती।सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा के निर्देश पर देश विदेश के आर्य समाज की संस्थाओं द्वारा महर्षि दयानंद की 200वीं जयन्ती वर्ष के अंतर्गत वेद प्रचार व समाजसेवा के विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में ओम प्रकाश प्रधान आर्य समाज बस्ती द्वारा दो दिवसीय वेद प्रचार कार्यक्रम का आज समापन हुआ।
इस कार्यक्रम के अंतर्गत जे पी चौबे के नेतृत्व में ग्राम भरौली के संत नारायण पब्लिक स्कूल,प्रवक्ता संतोष कुमारी के नेतृत्व में महिला महाविद्यालय कम्पनी बाग बस्ती व प्रधानाचार्य माधुरी त्रिपाठी के नेतृत्व में कस्तूरबा बालिका आवासीय विद्यालय, आदित्यनारायण गिरि के नेतृत्व में स्वामी दयानन्द विद्यालय सुर्तीहट्टा, प्रधानाचार्य नीलम सिंह के नेतृत्व में राजकीय कन्या विद्यालय व सभासद चुनमुन लाल के नेतृत्व बालाजी मंदिर मेहदावल रोड बस्ती में बच्चों व आमजनमानस को आहार विहार, स्वच्छता, योग से चरित्र निर्माण, यज्ञ के लाभ व वैदिक संस्कृति की आवश्यकता के बारे में जानकारी देते हुए आचार्य सुरेश जोशी वैदिक प्रवक्ता अल्मोड़ा ने बताया कि हमारा आहार विहार व व्यवहार ही समाज में उत्तम स्थान दिलाता है।
उन्होंने कहा कि योग का जीवन में अनुपालन और ब्रह्मचर्य व्रत से मृत्यु तक को हम जीत सकते हैं।

वैदिक भजनोपदेशिका रुक्मिणी आर्य ने बताया कि शिक्षा को केवल नौकरी तक सीमित नहीं रखनी चाहिए।शिक्षा का मुख्य उद्देश्य उत्कृष्ट मानव का निर्माण होना चाहिए उसके लिए संस्कार जरुरी है। संस्कार की पृष्ठभूमि संस्कृति है और संसार की सर्वोच्च संस्कृति का आधार संस्कृत भाषा है। योग व चरित्र को परिभाषित करने वाली संपूर्ण विश्व की एक मात्र भाषा संस्कृत है। संस्कृत का अध्ययन हमें ब्रह्मचर्य – चरित्र की ओर प्रेरित करता है। चरित्र से आत्मज्ञान आत्मविश्वास आत्मसंयम की प्राप्ति होकर मानव व मानवता को जागृत किया जाता है।
श्रीमती सुनीता तिवारी प्रधानाचार्या महिला महाविद्यालय बस्ती ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज बच्चों में शिक्षा के संस्कार देने के लिए प्रत्येक शिक्षक व माता पिता को सतर्क रहना चाहिए। तभी हम एक आदर्श नागरिक का निर्माण कर सकेंगे। इस कार्यक्रम में आचार्य सुरेश जोशी, गरुण ध्वज पाण्डेय व रुक्मिणी जोशी द्वारा कार्यक्रम संयोजकों को वैदिक साहित्य देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में योग शिक्षक शिवश्याम, अनुराग शुक्ल, हंसराज, व राजकुमार ने कार्यक्रम का सफल संयोजन किया।