बस्ती। जिले में कप्तानगंज विधानसभा से 5 बार के विधायक और सांसद रहे राम प्रसाद प्रसाद चौधरी के शस्त्र लाइसेंस सहित परिवार के अन्य सदस्यों के नाम लिए गए शस्त्र लाइसंसों को बुद्धवार जिला प्रशासन के निर्देश पर निलंबित कर दिया गया है।
उत्तर प्रदेश के पूर्वाञ्चल में एक कद्दावर नेता के रूप में राम प्रसाद चौधरी बसपा शासन में मई 2007 से फरवरी 2012 तक खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग, स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री भी रह चुके हैं। वर्तमान में वह समाजवादी पार्टी के रूप में मौजूदा सरकार के प्रति विपक्षी पार्टी के नेता की भूमिका में हैं।
पूर्व मंत्री राम प्रसाद चौधरी के परिवार में स्थित लगभग सभी शस्त्र लाइसंसों को जिला प्रशासन द्वारा निलंबित करने की खबर की पुष्टि हेतु बस्ती खबर द्वारा उन्हीं के करीबी व पूर्व विधायक राजेन्द्र प्रसाद चौधरी से बात की गई। उन्होने कहा,- “हमारे बस्ती जिले में समाजवादी पार्टी नेताओं को निशाना बनाने की कोशिश की जा रही है। उसी कड़ी में पूर्व मंत्री राम प्रसाद चौधरी जी को भी निशाना बनाया गया है। और उनके शस्त्र लाइसंसों को निलंबित किया गया है।”
जानकारी के मुताबिक राम प्रसाद चौधरी सहित बेटे कविंद्र उर्फ अतुल चौधरी और पत्नी कपूरा देवी के शस्त्र लाइसंसों को जिला मजिस्ट्रेट ने, पूर्व अथवा वर्तमान में चल रहे मुकदमों का हवाला देकर निलंबित करने का निर्देश दिया है।
आपको बता दें कि, राजनीतिक पार्टी में खुद की ख़ास पहचान रखने वाले राम प्रसाद चौधरी वर्ष 1993 से 2017 तक लगातार 5 बार बस्ती जिले के कप्तानगंज विधानसभा के विधायक रह चुके हैं। इसके पूर्व वर्ष 1989 से जून 1991 तक खलीलाबाद लोकसभा के सांसद भी रह चुके हैं। इसके अलावा राम प्रसाद चौधरी बसपा सुप्रीमो मायावती शासन काल में स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री भी रहे।