बस्ती।भारतीय संस्कृति की रक्षा के लिए जिन महापुरुषों ने अपने प्राण और सर्वस्व की बाजी लगा कर भारतवर्ष के नाम को ऊँचा किया है, उनमें छत्रपति शिवाजी, महाराणा प्रताप, गुरु गोविन्दसिंह और वीर बन्दा वैरागी के साथ सरदार हरी सिंह नलवा का नाम भी बड़े आदर के साथ लिया जायगा।वह संसार का सबसे अधिक सफल सेनापति थे। उक्त बातें आर्य समाज बस्ती में महाराणा रणजीत सिंह जी के अंगरक्षक अमर हुतात्मा हरी सिंह नलवा की पुण्य तिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा के दौरान लोगो को सम्बोधित करते हुए योग प्रशिक्षक गरुण ध्वज पाण्डेय ने कही।
इस अवसर पर नितीश कुमार व योग शिक्षक शिव श्याम के नेतृत्व में श्रद्धांजलि यज्ञ का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में यश कुमार मद्धेशिया ने वेदमंत्रों का वाचन करके आहुतियां दिलाई। नवल किशोर चौधरी कोषाध्यक्ष भारत स्वाभिमान समिति बस्ती ने अमर हुतात्मा हरी सिंह नलवा के राष्ट्रभक्ति से प्रेरणा लेने का संदेश देते हुए कहा कि हरी सिंह 16 वर्ष की आयु में ही अपनी वीरता के लिए प्रसिद्ध थे। एक बार जंगल में जब इनके साथियों पर शेर ने हमला कर दिया तो उसका सामना करते हुए उसका जबड़ा ही फाड़ दिया था। इसलिए इन्हें शेरे पंजाब भी कहा जाता था।
कार्यक्रम में उपेन्द्र आर्य, विश्वनाथ आर्य, नितीश कुमार, शिव श्याम, हरिकेश, रामजतन, विजय, कृष्णा चौबे, नवल किशोर चौधरी, अनिल कुमार गाड़िया, सुनीता गाड़िया, आदित्य साहू, वंश, परी, परी साहू, मनोज कुमार गुप्ता, विश्वनाथ आर्य, अनन्या, वैष्णवी कार्तिक, वैष्णवी, महिमा, श्लोक, आकांक्षा, तेजस, पुनीत राज, युवराज कौशिक, गणेश आर्य, अरविंद साहू, सलोनी, यश मद्धेशिया सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।