बस्ती।फ़ास्ट फ़ूड, कोल्डड्रिंक और मोबाइल का अधिक प्रयोग बच्चों को बीमार बना रहा है। इसकी लत अन्य नशीले पदार्थों की तुलना में कहीं अधिक है। ऐसे में आर्य वीर दल के शिविरों के माध्यम से उनका उपचार किया जा रहा है। यह बातें वेद कुमार आर्य उपाध्यक्ष आर्य वीर दल बस्ती मण्डल ने सी एम एस पब्लिक स्कूल बस्ती में आयोजित आठ दिवसीय चरित्र निर्माण शिविर में बच्चों को सम्बोधित करते हुए कही। इस अवसर पर प्रशिक्षक आर्येन्द्र ने बच्चों को सर्वांग सुन्दर व्यायाम के अलावा बज्रासन, ताड़ासन, सिद्धासन, दण्डासन, शशकासन, तित्तली आसन सहित अनेक आसनों का अभ्यास कराया।
इसके पश्चात शारीरिक कार्यक्रम के अन्तर्गत बच्चों को लाठी के प्रहार, सुरक्षा, रणमार एवं रोक और रणमार बैठी का अभ्यास कराया गया साथ ही त्रिदेष मुष्टि प्रहार, संयुक्त मुष्टि प्रहार, व्याघ्रनख प्रहार, सर्पमुख प्रहार तथा श्येन प्रहार का विधिवत अभ्यास कराया गया। बौद्धिक सत्र में योगेश शुक्ल प्रधानाचार्य श्रीकृष्ण पाण्डेय स्कूल बस्ती ने प्राचीन भारतीय संस्कृति के महत्व बताते हुए कहा कि हमारे पूर्वज पर्यावरण संरक्षण एवं नित नूतन अविष्कारों के माध्यम से देश को विकसित करने का काम किया है।
बिन्देश यादव प्रशिक्षक आर्य वीर दल ने बच्चों को साइबर क्राइम के बारे में बताते हुए सावधानियों के बारे में बताया। कहा कि विचार मनुष्य की सबसे बड़ी सम्पत्ति है। विचारशीलता की गति किशोरावस्था के प्रारम्भ में अत्यधिक होती है। इस अवस्था में बालक किसी को भी अपना आदर्श मानकर उसकी ओर आकर्षित होने लगता है। ऐसे में उसे सही मार्गदर्शन की विशेष आवश्यकता होती है अन्यथा भ्रमित होकर वह अपने मार्ग से विचलित भी हो सकता है। शिविर संचालक देवव्रत आर्य ने बताया कि इस शिविर में आर्य वीर दल के उद्देश्य, कर्तव्य, चरित्र, अनुशासन, स्वास्थ्य आदि का ज्ञान शिविरार्थियों को अत्यन्त सरल तरीके से दिया जा रहा है ताकि आर्यवीर शरीर से सुदृढ़ विचारों में प्रबुद्ध, और कर्तव्य पथ पर अडिग बन सकें।