रुधौली/बस्ती। नगर पंचायत के वार्ड 7 शांतिनगर में स्थित भारतीय स्टेट बैंक रुधौली की शाखा में पैसे निकालने आई महिला को कैशियर ने भूलवश 40 हजार रुपए दे दिए। घर जाकर महिला ने जब पैसे गिने तो ज्यादा पैसे देख अतिरिक्त पैसों को लौटाने वह खुद लगभग 15 किलोमीटर दूर से एसबीआई ब्रांच पहुंच गई। महिला के इस ईमानदारी को एसबीआई ब्रांच के लोगों ने सैल्यूट किया और सभी ने सराहना की।
रुधौली तहसील क्षेत्र के ग्राम अंदेउरी निवासी गुँजेश्वरी कुमारी (63) पत्नी राम उजागिर सिंह रुधौली कस्बे स्थित एसबीआई बैंक की शाखा में अपनी जरूरत के अनुसार 10 हजार रुपए निकालने आईं थीं। वह बैंक शाखा के काउंटर नंबर 2 से विड्राल फॉर्म (पैसा निकासी फॉर्म) पर 10,000 रुपए भरकर पैसे निकाल रही थीं। कैशियर विक्रम कुमार ने गलती से महिला को 10 हजार की जगह कुल 50,000 रुपए नगद दे दिए। पैसा पाकर महिला ब्रांच से सीधे अपने घर चली गईं।
घर पहुंचकर महिला ने उन पैसों को अपनी बहु को दिया। बहु ने पैसों की गिनती की तो देखा की वह 50 हजार रुपए थे। बहु ने गुँजेश्वरी कुमारी से पूछा तो उन्होंने सिर्फ 10 हजार ही निकालने और 10 हजार का निकासी फॉर्म भरने की बात कही। यह सुनकर बहु को समझ में आ गया कि कैशियर ने गलती से 40 हजार रुपए अतिरिक्त दे दिए। यह बात बहु ने अपनी सास गुजेश्वरी कुमारी को भी बताई, और इसे वापस बैंक को लौटाने का निर्णय लिया। हालांकि, पैसों को वापस करने के लिए गुजेश्वरी कुमारी के परिवार से किसी ने भी एतराज नहीं किया, बल्कि सभी ने यह मानवता दिखाई कि अगर इस पैसों को वह नहीं लौटाते हैं तो कैशियर को अपनी कमाई से उतना पैसा बैंक को अदा करना पड़ेगा।

मंगलवार की सुबह 10 बजे बैंक शाखा खुलते ही महिला उन पैसों को लेकर ब्रांच मैनेजर के पास पहुंची तो महिला की इस ईमानदारी को देख सभी ने उनकी सराहना की, और रुधौली एसबीआई बैंक शाखा के सभी स्टॉफ ने महिला के प्रति आभार प्रगट किया।
एक वृद्ध महिला के इस ईमानदारी को देखते हुए रुधौली एसबीआई बैंक प्रबंधक जैगम अब्बास ने बस्ती खबर को बताया कि, “मुझे इस ब्रांच में आए लगभग 10 महीने हो गए। यहां आने से पहले लोगों ने इस ब्रांच के बारे में मुझसे बहुत सी नकारात्मक प्रतिक्रियाएं साझा की थी। लेकिन इतने दिनों में मुझे आज तक ग्राहकों की ओर से कोई भी नकारात्मकता नहीं मिली। बल्कि आज इस महिला की ईमानदारी को देखकर ग्राहकों के प्रति मेरा विश्वास और भी बढ़ गया है। लोगों में अभी भी मानवता जीवित है।”
बैंक प्रबंधक ने आगे बताया, “40,000 ज्यादा भुगतान को लेकर हम लोग बहुत परेशान थे, खासकर हमारे कैशियर विक्रम कुमार। अगर पैसा नहीं मिलता तो उन्हें अपने पुरे महीने की कमाई जमा करनी पड़ती। लेकिन शुक्र है कि वह पैसा हमें वापस मिल गया।”
एसबीआई बैंक रुधौली द्वारा महिला का मुहँ मीठा कराकर उन्हें ससम्मान विदा किया गया।
गुजेश्वरी कुमारी की इस ईमानदारी की लोग खूब चर्चा कर रहे हैं। लोगों का मानना है कि एक महिला द्वारा ऐसी मानवीयता का परिचय महिलाओं के प्रति लोगों का सम्मान और बढ़ा देता है।