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यूपी/सिद्धार्थनगर: धन की कमी से गौशालाओं में चारे का संकट, महीनों से मजदूरी का भी नहीं हुआ भुगतान

चारे की कमी से दुबली हो रही गायें/ फोटो- राम नरेश चौधरी
मिठवल ब्लाक के तुरसिया का मामला। पांच माह से नही मिली मजदूरों को मजदूरी।
बांसी/मिठवल। विकास क्षेत्र स्थित तुरसिया ग्राम पंचायत के सथवा मे बने अस्थायी गौशाला मे चारे का संकट गहरा गया है। चारे की कमी के चलते जहां पशुओं को भरपेट चारा नहीं मिल पा रहा है, वही गौशाला प्रबंधक भी चारे की कमी को लेकर परेशान हैं।
सरकार द्वारा दर- दर भटकने वाले छुट्टा पशुओं को एकत्र करने के लिए गौशाला का निर्माण भले ही करा दिया गया है, पर यहां उनके खाने के लिए चारे के लाले पडे़ हुए हैं। वर्तमान में सथवा स्थित गौशाला मे कुल-125 पशु हैं। जिनको खाने के लिए भूसा खत्म हो गया है। वहां पर काम कर रहे मजदूर जैश मोहम्मद, राम करन, संजय, जगवीर व रमजान ने बताया कि चार माह से इधर उधर खेत से पुआल एकत्र करके किसी तरह गोवंशियों के चारे का इंतजाम किया गया था। परन्तु अब वह भी समाप्त हो गया है। अब और पुआल मिलेगा भी नहीं। गोशाला के मजदूरों का कहना है कि महीनों से हम लोगों की मजदूरी भी नहीं मिल पाई है।जिसके कारण हम लोगों के घर भी रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है।
खाली पड़ा भूसा घर/ फोटो- राम नरेश चौधरी
गौशाला संचालक बृजेश चौधरी ने बताया कि छ: माह से विभाग को धन के बावत सूचित करते आ रहे हैं। गौशाला के प्रबंध हेतु धन संबंधी समस्या से उपजिलाधिकारी बांसी को लिखित रूप अवगत कराया जा चुका है। लेकिन अभी तक कोई रिस्पांस नही मिला।
प्रवेश कुमार उप जिलाधिकारी बांसी ने बताया कि मेरे द्वारा गौशाला प्रबंधक द्वारा डिमांड की गई धनराशि के बावत पत्राचार द्वारा मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को अवगत करा दिया गया है।
उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी बताते हैं कि, गौशाला प्रबंधक द्वारा डिमांड की गई धनराशि की पत्रावली स्वीकृति हेतु जिलाधिकारी महोदय की यहां लगा दी गई है।
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