तुम मुझे खून दो, हम तुम्हें आजादी देंगे
इस नारे से भारतीयों में प्राण फूंकने वाले आजाद हिंद फौज के संस्थापक नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की 126वीं जयंती स्वामी दयानन्द विद्यालय सुर्तीहट्टा बस्ती के बच्चों ने पराक्रम दिवस के रूप में मनाया। इस अवसर पर शिक्षकों और बच्चों ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के साहस और पराक्रम को याद करते हुए उनके सपनों का भारत बनाने में अपनी भूमिका की चर्चा की। प्रबंधक ओम प्रकाश आर्य ने कहा कि नेताजी के पराक्रम और अविरल संघर्ष के लिए भारतवर्ष सदैव ऋणी रहेगा। आज हमारी युवा शक्ति को नेताजी को आदर्श मानते हुए कार्य करने की आवश्यकता है।
प्रधानाध्यापक आदित्यनारायन गिरि बताया कि उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को नई शक्ति प्रदान कर देशभक्तों की एक लंबी कतार खड़ी करके सर्वप्रथम अंडमान निकोबार में तिरंगा लहराया जिससे अंग्रेजी शासन पूरी तरह से हिल गया था। उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में अपने करिश्माई नेतृत्व से देश की युवाशक्ति को संगठित किया। शिक्षक अनूप कुमार त्रिपाठी ने कहा कि देश का सर्वोच्च सेवा पद प्राप्त करने के बाद भी देश के लिए उसे त्याग दिया और देश विदेश में घूमकर आजाद हिंद फौज बनाकर उसकी शक्ति से अंग्रेजों को परिचित करा दिया। आज हमारे देश के युवाओं के प्रेरणा स्रोत हैं।
इस अवसर पर दिनेश मौर्य, अरविंद श्रीवास्तव, नितीश कुमार, अनीशा मिश्रा, प्रियंका गुप्ता, अंशिका पाण्डेय, साक्षी, शिवांगी आदि शिक्षकों ने उनके चरित्र से प्रेरणा लेने की बात कही। बच्चों ने भाषण, गीत कविता आदि के माध्यम से नेताजी को याद करते हुए देश के लिए सर्वस्व न्योछावर करने का संकल्प लिया।