बस्ती।महान साहित्यकार पंडित राहुल सांकृत्यायन के ये उदगार उन्हें आज भी उन्हें एक आदर्श भारतीय के रूप में प्रदर्शित करते हैं जो जात पात का भेदभाव भुलाकर मानवता के उत्थान के लिए आजीवन अपनी लेखनी चलाते रहे। उनका जीवन अनुकरणीय है। ये बातें आर्य समाज नई बाजार बस्ती में आयोजित वैदिक यज्ञ एवं विचार गोष्ठी में बोलते हुए हिन्दी प्राध्यापक अनूप कुमार त्रिपाठी ने कहीं।
इससे पूर्व ओम प्रकाश आर्य के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम का संचालन करते हुए आचार्य देवव्रत आर्य ने बताया कि राहुल जी आर्य समाज के सिद्धांतों के पक्षधर थे उन्होंने अपने यात्रा वृतांत में बिना किसी भेदभाव के आमजनमानस से घुल मिलकर रहे। वेदपाठी कन्याओं शताक्षी पाण्डेय व श्रीहरि मिश्रा ने वैदिक मंत्रों के वाचन से सबका मन मोह लिया। बेटी महिमा ने सुमधुर भजन के द्वारा लोगों को ईशभक्ति का संदेश दिया।
इस अवसर पर नितीश कुमार, अरविंद साहू, यश मद्धेशिया, परी साहू, परी कुमारी, आर्यन, पुनीत कुमार, आनंद कुमार, दुर्गा अग्रहरि आदि ने विचार गोष्ठी में साहित्यकार के लेखों से शिक्षा लेने की प्रेरणा दी। कार्यक्रम में कार्तिकेय, वैष्णवी, दिलीप कुमार अंशिका मद्धेशिया, राधेश्याम आर्य महिमा, श्लोक, जया पाण्डेय, विश्वनाथ आर्य, तेजस्व, गणेश आर्य, राम तनय, गौरव जायसवाल, राधा देवी सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।