
लखनऊ। बीते दिनों उन्नाव जिले में दो गुटों के बीच मारपीट मामले को शांत कराने गए वहां की स्थानीय पुलिस पर लोगों ने ईंट-पत्थर फेकना शुरू कर दिया, इस बीच बचाव के लिए आनन फानन में पुलिसकर्मियों को मौके पर जो भी मिला उसे उठाकर अपना कवच बना लिए जिससे वो घायल न हो सकें। इस मामले की फोटो सहित खबर और वीडियो सोशल मीडिया पर आते ही तेजी से वायरल होने लगी। इस वायरल हो रहे फोटो और वीडियो के साथ उत्तर प्रदेश पुलिस के पास सुरक्षा उपकरणों की कमी बताते हुये तमाम राजनीतिक पार्टी नेताओं व आम जनता द्वारा योगी सरकार की तीखी आलोचना की गयी।
शुक्रवार को इस पूरे मामले को गंभीरता से सज्ञान में लेते हुये यूपी पुलिस महानिदेशक हितेश सी. अवस्थी उन्नाव पुलिस के इस तौर-तरीकों से बेहद नाराज़ दिखे और सदर कोतवाल को सस्पेंड कर पुलिस अधीक्षक से स्पष्टीकरण तलब किया है।
उन्नाव पुलिसकर्मियों द्वारा पथराव से बचाव के लिए हाथ में लिए गए स्टूल और डलिया की तस्वीर पर डीजीपी ने कहा,” सभी जनपदों को पर्याप्त आवश्यक सुरक्षा उपकरणों से लैस कर पुलिस बल दिए गए हैं।”
साथ ही डीजीपी ने माना, “उन्नाव पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने की प्रक्रिया में लापरवाही दिखाई” है।
इस पूरे मामले में उनाव पुलिस की ओर से पथराव करने वाले लगभग 250 लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, जिसमे 43 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया गया हैं और लगभग 100 लोगों को नामजद किया गया है।
‼️पथराव प्रकरण में कठोर कार्यवाही,43 उपद्रवी गिरफ्तार। 100 नामजद व 250 अज्ञात पर दर्ज है मुकदमा‼️ @Uppolice pic.twitter.com/fqwqQhZQPi
— UNNAO POLICE (@unnaopolice) June 17, 2021