बस्ती। जनपद में कालानमक की फसल को जैविक तरीके से उपजाने को लेकर बस्ती कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों व सिद्धार्थ फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी के निदेशकों के साथ उत्तर प्रदेश सरकार की टेक्निकल सपोर्ट यूनिट अर्न्स्ट एंड यंग एलएलपी के गोरखपुर क्लस्टर से बुद्धवार को रजनीश नें ऑनलाइन चर्चा किया. जिसमें उपनिदेशक कृषि डॉ संजय त्रिपाठी, डॉ डीके श्रीवास्तव, आर वी विक्रम सिंह सहित तमाम लोग जुड़े.

ऑनलाइन कार्यक्रम में आमलान दत्ता नें बताया कि, इस साल सिद्धार्थ एफपीसी से जुड़े किसानों को जनपद में पंद्रह एकड़ रकबे में जैविक तरीके से कालानमक की खेती के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चुना गया है जिसके लिए किसानों को निःशुल्क बायो फर्टिलाइजर दिया जा रहा है.
ईवाई की प्रिया राय नें बताया कि, जैविक कालानमक धान उपजानें वाले किसानों को समय – समय पर खेतो में जाकर तकनीकी सहयोग दिया जाएगा साथ ही उनके जैविक उपज को मार्केटिंग की बेहतर से बेहतर अवसर उपलब्ध कराये जायेंगे.
गोरखपुर कलस्टर के रजनीश नें बताया कि, जो किसान जैव उर्वरक से कालानमक की खेती कर रहें हैं उन्हें किसी तरह के रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग की जरुरत नहीं पड़ेगी और उत्पादन भी रासायनिक की अपेक्षा ज्यादा होगा. इस मौके पर टेक्निकल सपोर्ट यूनिट से प्रिया राय नें भी अपनी बात रखी.