उत्तर प्रदेश। भदोही जिले के पत्रकार सुनील कुमार गंगाधर अपने पड़ोस में दो पक्षों के बीच हो रहे विवाद को सिर्फ शांत कराने के उद्देश्य से सुलह-समझौते का प्रयास कर रहे थे, यह बात वहां के चौकी इंचार्ज प्रवीण ओझा को नागवार गुजरी और जाते-जाते पत्रकार को किसी मुकदमे में फंसा देने और पत्रकार की पत्रकारिता उसके जननांग में डाल देने की धमकी देते गए।
क्या है पूरा मामला
भदोही जिले के छितनी तालाब बाजार सलावतखां थाना क्षेत्र के रहने वाले पत्रकार सुनील कुमार गंगाधर 19 नवंबर की शाम को पड़ोस में हो रहे विवाद को शांत कराने का प्रयास कर रहे थे, इतने में मौके पर पहुंचे वहां के कस्बा चौकी इंचार्ज प्रवीण ओझा पत्रकार पर इसलिए आग बबूला हो गए कि, वह इस मामले को शांत कराना चाहते थे। इस बात से नाराज चौकी इंचार्ज ने पत्रकार को कथित रूप से अपशब्द कहते हुए किसी मुकदमे में फंसा देने की भी बात कही।
पत्रकार सुनील कुमार ने इस मामले में चौकी इंचार्ज के इस हरकत की शिकायत पुलिस अधीक्षक भदोही से भी की है। अपने शिकायती पत्र में पत्रकार का आरोप है कि, “मामला सुलह होते देख दरोगा जी मुझपर भड़क कर अनाप-शनाप शब्दों से धमकी देते हुए एक पक्ष की ओर से मेरे ही खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की बार कहने लगे।”
शिकायत पत्र में पत्रकार ने आगे लिखा, “मामले में मैंने पहले क्षेत्राधिकारी से फोन करके शिकायत की, लेकिन दरोगा जी ने मुझे किसी अन्य मामले में फँसाने की धमकी देते हुए कहा कि जब तक जनपद में रहूँगा तुम्हें फँसाकर हो दम लूँगा, तुम्हारी पत्रकार तुम्हारे [गाली देते हुए] डाल दूंगा।”
पत्रकार के साथ इस रवैये के बाद जनपद सहित इस मामले से अवगत यूपी के अन्य जिलों के पत्रकारों में भी उस पुलिसकर्मी के खिलाफ रोष देखा गया है, पत्रकारों ने मामले में चौकी इंचार्ज के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।